Love❤

राख से धुआं उठ रहा हे अभी भी 
मरे मे रे अरमानो का 
उमीद कोई क्या करे वफा कि किसी से 
जो जला कर गए गैर नहीं अपने हे 
चाहत पूरी हो जाए यहा सपने हे ( oxygen chinu )

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